भाषा शिक्षण के सिद्धांत |
१. भाषा के सन्दर्भ में कौन-सा कथन
असत्य है?
(१) भाषा मनुष्यों के बीच परस्पर संवाद स्थापित
करने का कार्य नहीं करती।
(२) भाषा ज्ञानार्जन का साधन है।
(३) भाषा सामाजिक अस्मिता का साधन है।
(४) भाषा नियमबद्ध व्यवस्था है।
२. भाषा शिक्षण है
(१) यह जानना कि बच्चा पढ़ना-लिखना वैâसे
सीखता है?
(२) यह जानना कि बच्चे को पढ़ना-लिखना वैâसे
सिखाया जाए?
(३) १ और २ दोनों
(४) उपरोक्त में से कोई नहीं
३. कथन (A) भाषागत शुद्धता के प्रति
अत्यधिक कठोर व्यवहार नहीं अपनाना
चाहिए।
कारण (R) भाषा शिक्षण में समृद्ध भाषिक
परिवेश उपलब्ध कराना आवश्यक है।
कूट
(१) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
(२) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(३) कथन (A) सही तथा कारण (R) गलत है।
(४) कथन (A) गलत व कारण (R) सही है।
४. इनमें से प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का
कौन-सा उद्देश्य अनिवार्यत: नहीं है?
(१) विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त शब्दों के सही अर्थ
ग्रहण करना
(२) विभिन्न सन्दर्भों और स्थितियों में अपनी बात
व्यक्त करने की कुशलता का विकास
(३) भाषा के आलंकारिक प्रयोग की क्षमता का विकास
(४) मानवीय मूल्यों का विकास
५. ‘‘गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की
कक्षाएँ एक तरह से भाषा की ही कक्षाएँ
हैं।’’ इस कथन के समर्थन में कौन-सा तर्क
सबसे कमजोर है?
(१) विभिन्न विषयों के शिक्षण में भाषा शिक्षण एक
मुख्य उद्देश्य होता है।
(२) विभिन्न विषयों की अवधारणात्मक समझ की
अभिव्यक्ति भी भाषा-विशेष में होती है।
(३) विभिन्न विषयों की अवधारणाएँ किसी
भाषा-विशेष से बनती हैं।
(४) विभिन्न विषयों के अध्ययन-अध्यापन में भाषा
साधन का कार्य करती है।
६. प्राथमिक स्तर पर शिक्षा का माध्यम
(१) हिन्दी होना चाहिए।
(२) अंगे्रजी होना चाहिए।
(३) उर्दू होना चाहिए।
(४) बच्चे की मातृभाषा होना चाहिए।
७. प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का उद्देश्य
यह है कि
(१) बच्चे मानक भाषा का प्रयोग करना जल्दी
सीख जाएँ।
(२) बच्चे भाषा-परीक्षा में सदैव अच्छे अंक लाएँ।
(३) बच्चे विभिन्न स्थितियों में भाषा का प्रभावी
प्रयोग कर सकें।
(४) बच्चे भाषा के व्याकरण को जान सकें।
८. विद्यार्थी की भाषा पर उसके सामाजिक
परिवेश का प्रभाव पड़ता है, यह सिद्धान्त है
(१) अनुबन्धन का (२) अनुकरण का
(३) साहचर्य का (४) जीवन समन्वय का
९. मातृभाषा शिक्षण
(१) विद्यार्थी के भाषा शिक्षण में व्यवधान उत्पन्न
करता है।
(२) शिक्षण को सरल बनाता है।
(३) अध्यापक के शैक्षिक कार्य में बाधक बनता है।
(४) शिक्षण सिद्धान्तों के विपरीत है।
१०. भाषा सीखने की कौन-सी विधि मातृभाषा
को मध्यस्थ बनाए बिना दूसरी भाषा को
सीखने में सहायक होती है?
(१) अनुवाद विधि (२) द्विभाषी विधि
(३) अप्रत्यक्ष विधि (४) प्रत्यक्ष विधि
११. गणित के शिक्षक ने राहुल को वाक्य सही
करने के लिए कहा। उनके द्वारा ऐसा करना
भाषा शिक्षण के किस सिद्धान्त के अन्तर्गत
आएगा?
(१) मनोरंजन
(२) अनुकरण
(३) मौखिक एवं लेखन कार्य का सिद्धान्त
(४) बहुमुखी प्रयास
१२. कविता-पाठ करवाना किस सिद्धान्त के
अन्तर्गत आता है?
(१) जीवन समन्वय का सिद्धान्त
(२) शिक्षण सूत्रों का सिद्धान्त
(३) क्रियाशीलता का सिद्धान्त
(४) बाल-केन्द्रिता का सिद्धान्त
१३. अभिप्रेरणा का सिद्धान्त
(१) विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने पर बल देता है
(२) विद्यार्थियों को अभ्यास करने के लिए कहता है
(३) सीखी हुई बातों की पुनरावृत्ति करने के लिए
कहता है
(४) उपरोक्त में से कोई नहीं
१४. भाषा शिक्षण में व्याकरण पढ़ाने के लिए
प्रयुक्त किया जाना वाला सिद्धान्त या
नियम है
(१) आवृत्ति का सिद्धान्त
(२) अनुकरण का सिद्धान्त
(३) आगमन एवं निगमन का सिद्धान्त
(४) अनुबन्धन का सिद्धान्त
१५. भाषा की कक्षा में कौन-सी शिक्षण-युक्ति
सबसे कम प्रभावी है?
(१) उचित गति एवं प्रवाह के साथ पढ़ने पर बल देना
(२) शुद्ध उच्चारण पर अत्यधिक बल देना
(३) बच्चों की रुचि के अनुसार परिचित विषय या
प्रसंग पर चर्चा
(४) दूसरों की हस्तलिखित सामग्री, पत्र आदि
पढ़वाना
१६. कहानियाँ बच्चों के भाषा-विकास में किस
प्रकार सहायक हैं?
(१) ये भाषिक नियम ही सिखाती हैं।
(२) बच्चों के खाली समय का सदुपयोग करने में
मदद करती हैं।
(३) ये पाठ्य-पुस्तक का सबसे महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
(४) ये बच्चों की कल्पनाशक्ति, सृजनात्मकता और
चिन्तन को बढ़ावा देती है।
१७. पाठ के अन्त में अभ्यास और गतिविधियों
का उद्देश्य …………….. नहीं है।
(१) भाषा का विस्तार करना
(२) सृजनात्मकता का विस्तार करना
(३) बच्चों को अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करना
(४) प्रश्नों के उत्तर सरलता से याद करवाना
१९६ ण्ऊEऊ ु³ुदु ‘स्ड्डैं्नa ढर्प्Ýेंr ्रस्fस् E्श्च् ढारसस्ड्ड़
निर्धारण किया जाता है। इस पद्धति का प्रयोग व्याकरण के नियमों को
समझाने के लिए किया जाता है।
६. मनोवैज्ञानिक से तार्किक की ओर (झ्प्ेब्म्प्दत्दुग्म्aत् ूद थ्दुग्म्aत्)
इस नियम के अनुसार विद्यार्थियों को पहले उन विषयों को पढ़ाना
चाहिए, जिनमें उनकी रुचि हो एवं जिन्हें पढ़ने में वे समर्थ हों,
तत्पश्चात् विषय-सामग्री के तार्किक पक्षों का अध्ययन किया जाना
चाहिए।
७. विशेष से सामान्य की ओर (एजम्ग्fग्म् ूद उाहीaत्) इस नियम में बालक
को विशेष ज्ञान से सामान्य ज्ञान की ओर ले जाना चाहिए अर्थात् पहले
क्रियाओं को प्रस्तुत किया जाए, तत्पश्चात् सामान्य निष्कर्षों पर पहँुचा जाए।
८. सरल से जटिल की ओर (एजम्ग्fग्म् ूद ण्दर्स्ज्ते) इस नियम के
अनुसार विद्यार्थियों को पहले सरल शब्दों, वाक्यांशों, मुहावरों, गीतों आदि
का ज्ञान कराना चाहिए, उसके पश्चात् उसे विषय के कठिन भागों से
अवगत कराना चाहिए।
Aäास्ु र्ळैं
१८. एक समावेशी कक्षा में कौन-सा कथन भाषा
शिक्षण के सिद्धान्तों के प्रतिकूल है?
डण्ऊEऊ व्ल्ह २०११़
(१) व्याकरण के नियम सिखाने से बच्चों का भाषा
विकास शीघ्रता से होगा।
(२) बच्चे परिवेश से प्राप्त भाषा को ग्रहण करते हुए
भाषा-प्रयोग के नियम बना सकते हैं।
(३) भाषा परिवेश में रहकर अर्जित की जाती है।
(४) प्रिण्ट-समृद्ध माहौल भाषा सीखने में सहायक
होता है।
१९. एक भाषा शिक्षक के लिए सर्वाधिक
महत्त्वपूर्ण है डण्ऊEऊ र्दन् २०१२़
(१) बच्चों को भाषा-प्रयोग के अवसर उपलब्ध
कराना
(२) भाषा की त्रुटियों के प्रति कठोर व्यवहार
अपनाना
(३) भाषा की पाठ्य-पुस्तक
(४) भाषा का आकलन
२०. निम्नलिखित में से कौन-सा भाषा शिक्षण
का उद्देश्य है? डण्ऊEऊ र्दन् २०१२़
(१) भाषा सीखते समय त्रुटियाँ बिल्कुल न करना
(२) भाषा की बारीकी और सौन्दर्यबोध को सही
रूप में समझने की क्षमता को
हतोत्साहित करना
(३) भाषा का व्याकरण सीखने पर बल देना
(४) निजी अनुभवों के आधार पर भाषा का
सृजनशील प्रयोग करना
२१. भाषा सीखने-सिखाने का उद्देश्य है
डण्ऊEऊ र्दन् २०१२़
(१) अपनी बात की पुष्टि के लिए तर्क देना
(२) विभिन्न स्थितियों में भाषा का प्रभावी प्रयोग
करना
(३) अपनी बात कहना सीखना
(४) दूसरों की बात समझना सीखना
२२. प्राथमिक स्तर पर हिन्दी ‘भाषा शिक्षण’ के
लिए सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है
डण्ऊEऊ व्ल्त् २०१३़
(१) भाषा प्रयोग के अवसर
(२) पाठ्य-पुस्तक
(३) उच्चस्तरीय तकनीकी यन्त्र
(४) व्याकरणिक नियमों का स्मरण
२३. प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण की
प्राथमिकता होनी चाहिए डण्ऊEऊ व्ल्त् २०१३़
(१) केवल बोलकर पढ़ने की क्षमता विकसित करना
(२) कविता और कहानी द्वारा केवल श्रवण कौशल
का विकास करना
(३) बच्चों की रचनात्मकता और मौलिकता को
पोषित करना
(४) बच्चों की चित्रांकन क्षमता का विकास करना
२४. इनमें से कौन-सा प्राथमिक स्तर पर हिन्दी
भाषा शिक्षण का उद्देश्य नहीं है?
डण्ऊEऊ इां २०१४़
(१) सन्दर्भ के अनुसार लगाकर पढ़ने का प्रयास
करना
(२) चित्रकारी को स्वयं की अभिव्यक्ति का माध्यम
बनाना
(३) बच्चों की भाषा और स्कूल की भाषा में सम्बन्ध
बनाते हुए उसे विस्तार देना
(४) सुनी गई बातों को ज्यों-का-त्यों दोहराना
२५. प्राथमिक स्तर पर बच्चों को भाषा सिखाने
का सर्वोपरि उद्देश्य है
डण्ऊEऊ इां २०१४़
(१) मुहावरे-लोकोक्तियों का ज्ञान प्राप्त करना
(२) कहानी-कविताओं को दोहराने की कुशलता का
विकास करना
(३) तेज प्रवाह के साथ पढ़ने की योग्यता का
विकास करना
(४) अपनी बात को दूसरों के समक्ष अभिव्यक्त
करने की कुशलता का विकास करना
२६. पठन-पाठन के अन्त में ऐसे अभ्यास एवं
गतिविधियाँ हों, जो डण्ऊEऊ इां २०१५़
(१) सरल भाषा वाले हों
(२) बच्चों को स्वयं कुछ करने और सीखने का
अवसर प्रदान करें
(३) केवल पाठ से ही सम्बन्धित हों
(४) पाठ पर बिल्कुल आधारित न हों
२७. पहली और दूसरी कक्षा में भाषा शिक्षण के
साथ ही कला शिक्षा को समेकित करने का
उद्देश्य नहीं है डण्ऊEऊ इां २०१५़
(१) चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्ति का विकास
(२) बच्चों द्वारा आनन्द की प्राप्ति
(३) बच्चों के लेखन में परिपक्वता लाना
(४) बच्चों की रचनात्मकता का विकास
२८. भाषा की कक्षा में यह आवश्यक है कि
डण्ऊEऊ एाज् २०१५़
(१) भाषा-शिक्षक भाषा का पूर्ण ज्ञाता हो
(२) भाषा-शिक्षक बच्चों की उच्चारणगत शुद्धता पर
विशेष ध्यान दे
(३) भाषा-शिक्षक बच्चों की वर्तनी को बहुत
कठोरता से ले
(४) स्वयं भाषा-शिक्षक की भाषा प्रभावी हो
२९. भाषा सीखने का उद्देश्य है
डण्ऊEऊ इां २०१६़
(१) प्रत्येक स्थिति में भाषा का प्रयोग कर पाना
(२) आदेश-निर्देश दे पाना और सुन पाना
(३) दूसरों की बातों को समझ पाना
(४) अपने मन की बात कह पाना
३०. किसी समावेशी कक्षा में कौन-सा कथन
भाषा शिक्षण के सिद्धान्तों के अनुकूल है?
डण्ऊEऊ इां २०१६़
(१) प्रिण्ट-समृद्ध माहौल भाषा सीखने में मदद
करता है।
(२) बच्चे अपने अनुभवों के आधार पर भाषा के
नियम नहीं बना पाते।
(३) भाषा विद्यालय में रहकर अर्जित की जाती है।
(४) व्याकरण के नियमों का ज्ञान भाषा-विकास की
गति त्वरित करता है।
३१. भाषा और विचार के सम्बन्धों की चर्चा में
अग्रणी हैं डण्ऊEऊ एाज् २०१६़
(१) पियाजे (२) स्किनर
(३) चॉम्स्की (४) वाइगोत्स्की
३२. संज्ञान के स्तर पर विकसित ……….. अन्य
भाषाओं में आसानी से अनूदित होती
रहती है। डण्ऊEऊ एाज् २०१६़
(१) ज्ञान क्षमता (२) व्याकरण क्षमता
(३) तर्क क्षमता (४) भाषा क्षमता
३३. स्किनर के अनुसार डण्ऊEऊ व्aह २०२१़
(१) भाषा सीखना एक अत्यन्त जटिल प्रक्रिया है।
(२) भाषा अनुकरण के द्वारा सीखी जाती है।
(३) भाषा परिवेश से सीखी जाती है।
(४) भाषा अन्त:क्रिया से सीखी जाती है।
३४. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा समग्र
भाषा उपागम के सन्दर्भ में सही को चुनिए
डण्ऊEऊ व्aह २०२१़
A. समग्र भाषा उपागम बच्चे की बनाई
वर्तनियों के प्रयोग को प्रोत्साहित करता है।
ँ. समग्र भाषा उपागम में बच्चे पढ़ना सीखने
के लिए वर्ण तथा ध्वनियों से आरम्भ
करते हैं।
ण्. समग्र भाषा उपागम रचनावाद पर
आधारित है।
कूट
(१) A तथा ँ सही हैं तथा ण् गलत है
(२) A तथा ण् सही हैं तथा ँ गलत है
(३) ँ तथा ण् सही हैं तथा A गलत है
(४) A, ँ तथा ण् सही हैं
३५. ‘बहु-बुद्धि के सिद्धान्त’ के सन्दर्भों में
निम्नलिखित में कौन-सी बुद्धि भाषा से
सम्बन्धित है? डण्ऊEऊ व्aह २०२२़
(१) प्रवाह सटीकता-बुद्धि
(२) भाषायी मौखिक बुद्धि
(३) शब्दावली व्याकरण बुद्धि
(४) दृश्यात्मक-स्थानिक बुद्धि
३६. समूह वाद-विवाद में भाग लेने के लिए भाषा
शिक्षक एक शर्त रखता है कि समूह में चार
विद्यार्थी कनिष्ठ वर्ग से तथा एक विद्यार्थी
वरिष्ठ वर्ग से होना चाहिए जो आवश्यकता
पड़ने पर कनिष्ठों की सहायता कर सके।
समूह-निर्माण का यह विचार किसके
सिद्धान्त पर आधारित है?
डण्ऊEऊ व्aह २०२२़
(१) पियाजे का सिद्धान्त
(२) वाइगोत्स्की का सिद्धान्त
(३) ब्लूमफील्ड का सिद्धान्त
(४) व्रैâशन का सिद्धान्त