अलंकार |
91. काली घटा का घमंड घटा अलंकार बताइए-
(अ) यमक अलंकार
(ब) उपमा अलंकार
(स) अनुप्रास अलंकार
(द) रूपक अलंकार
उत्तर :-(अ) यमक अलंकार
92. ‘कमल नयन’ में अलंकार है-
(अ) रूपक
(ब) उपमा
(स) उत्प्रेक्षा
(द) श्लेष
उत्तर :-(अ) रूपक
93. “चरण कमल बन्दौ हरि राई।” पंक्ति में ‘चरण कमल’ का अर्थ क्या है-
(अ) पैरों पर कमल के फूल
(ब) कमल के फूल पर पैर
(स) कमल के फूल जैसे पैर
(द) पैर और कमल का फूल
उत्तर :-(ब) कमल के फूल पर पैर
निर्देश (प्रश्न 94 से 96 तक) – दी गयी पंक्तियों में अलंकार बताइए-
94. “जो घनीभूत पीड़ा थी मस्तक में स्मृति सी छाई दुर्दिन में आँसू बनकर वह आज बरसने आई।”
(अ) श्लेष
(ब) वक्रोक्ति
(स) यमक
(द) अनुप्रास
उत्तर :-(अ) श्लेष
95. “फूलसी सुकोमल मृदु भावमयी देवयानी; कच के बिना न जी सकेगी, यह निश्चित है।
(अ) उपमा
(ब) रूपक
(स) उत्प्रेक्षा
(द) अतिशयोक्ति
उत्तर :-(अ) उपमा
96. “सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलोने गात । मनो नीलमनि सैलपर आतप परयौ प्रभात ॥”
(अ) रूपक
(ब) अतिशयोक्ति
(स) उत्प्रेक्षा
(द) अनुप्रास
उत्तर :-(स) उत्प्रेक्षा
97. ‘प्रश्न चिह्नों में उठी हैं, भाग्य सागर की हिलोरें ।” इस काव्य पंक्ति में कौन-सा अलंकार प्रयुक्त है-
(अ) यमक
(ब) अनुप्रास
(स) उपमा
(द) रूपक
उत्तर :-(द) रूपक
98. जहाँ एक ही शब्द एक से अधिक बार आए तथा उसके भिन्न-भिन्न अर्थ हो, वहाँ कौन-सा अलंकार होता है-
(अ) अनुप्रास
(ब) श्लेष
(स) यमक
(द) अर्थालंकार
उत्तर :-(स) यमक
99. अलंकार के मुख्यतः भेद निम्न में से कौन से माने जाते हैं-
(अ) शब्दालंकार, अर्थालंकार तथा उभयालंकार
(ब) शब्दालंकार, अर्थालंकार तथा रसालंकार
(स) शब्दालंकार, मिश्रालंकार तथा अर्थालंकार
(द) भावालंकार, मिश्रालंकार तथा उभयालंकार
उत्तर :-(अ) शब्दालंकार, अर्थालंकार तथा उभयालंकार
100. इनमें से कौन-सा अर्थालंकार का भेद नहीं है-
(अ) उपमा
(ब) अतिशयोक्ति
(स) रूपक
(द) यमक
उत्तर :-(द) यमक
101. “रघुकुल रीति सदा चलि आई, प्राण जाये पर वचन न जाई। प्रस्तुत पंक्ति में कौन- सा अलंकार प्रयुक्त हुआ है-
(अ) अन्त्यानुप्रास
(ब) श्रुत्यानुप्रास
(स) वृत्यानुप्रास
(द) लाटानुप्रास
उत्तर :-(अ) अन्त्यानुप्रास
102. खंजन मीन सरोजनि की छवि गंजन नैन लला दिन होनो। भौंह कमान सो जोहन को सर बेधन प्राननि नंद को छोनो। इस पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार कौन-सा है-
(अ) अनुप्रास
(ब) रूपक
(स) व्यतिरेक
(द) यमक
उत्तर :-(स) व्यतिरेक
103. जहाँ अमानव में मानवीय गुणों का आरोपण हो, वहाँ माना जाता है।
(अ) उपमा
(ब) अर्थालंकार
(स) दृष्टांत
(द) मानवीकरण
उत्तर :-(द) मानवीकरण
104. जहाँ उपमेय में उपमान की सम्भावना प्रकट की जाती है वहाँ ….. अलंकार होता है। दिए गए विकल्पों में से सही का चयन करें-
(अ) उत्प्रेक्षा
(ब) अनुप्रास
(स) श्लेष
(द) विभावना
उत्तर :-(अ) उत्प्रेक्षा
105. ‘मैया! मैं तो चन्द्र- खिलौना लैहों ।’ पंक्ति में कौन-सा अलंकार है-
(अ) उत्प्रेक्षा अलंकार
(ब) श्लेष अलंकार
(स) यमक अलंकार
(द) रूपक अलंकार
उत्तर :-(द) रूपक अलंकार
106. “बूंद अघात सहहिं गिरि कैसें खल के वचन संत सह जैसे इस पंक्ति में कौन से अलंकार का प्रयोग हुआ है-
(अ) विभावना
(ब) दृष्टांत
(स) रूपक
(द) उपमा
उत्तर :-(ब) दृष्टांत
107. इनमें से कौन-सा विकल्प ‘शब्दालंकार’ का भेद नहीं है-
(अ) यमक
(ब) रूपक
(स) श्लेष
(द) अनुप्रास
उत्तर :-(ब) रूपक
108. “दूर-दूर तक विस्तृत था हिम, स्तब्ध उसी के हृदय समान” यह पंक्ति किस अलंकार का उदाहरण है-
(अ) उत्प्रेक्षा
(ब) प्रतीप
(द) संदेह
(स) व्यतिरेक
उत्तर :-(ब) प्रतीप
109. दिए गए विकल्पों में से ‘विभावना’ अलंकार का उदाहरण पहचानिए-
(अ) या अनुरागी चित्त की गति समुझहि नाहि
(ब) शीतल ज्वाला जलती है, ईंधन होता दृग जल का
(स) श्याम गौर किमि कहौ बखानी
(द) बिनु पद चलै सुनै बिनु काना
उत्तर :-(द) बिनु पद चलै सुनै बिनु काना
110. जहाँ एक शब्द के अनेक अर्थ निकलें, वहाँ कौन-सा अलंकार होता है-
(अ) रूपक
(ब) अनुप्रास
(स) श्लेष
(द) उपमा
उत्तर :-(स) श्लेष
111. सागर-सा गम्भीर हृदय हो, गिरी-सा ऊँचा हो जिसका मन प्रस्तुत पंक्ति में साधारण धर्म कौन सा है-
(अ) मन
(ब) हृदय
(स) सागर और गिरि
(द) गम्भीर और ऊँचा
उत्तर :-(द) गम्भीर और ऊँचा
112. चन्द्रमा सी अलौकिकता वाले घनश्याम, तुम्हें मेरा प्रणाम” प्रस्तुत पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार कौन सा है-
(अ) उपमा
(ब) रूपक
(स) उपमेय
(द) अनुप्रेक्षा
उत्तर :-(अ) उपमा
113. “देख दशा रघुवीर की वृक्ष फूट-फूट कर रोये” इस पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार कौन- सा है-
(अ) शब्दालंकार
(ब) प्रतीप अलंकार
(स) अंगज अलंकार
(द) मानवीकरण अलंकार
उत्तर :-(द) मानवीकरण अलंकार
114. ‘तुलसी मन-मंदिर में बिहरैं यह पंक्ति किस अलंकार में अलंकृत की गई है-
(अ) मानवीकरण
(ब) रूपक
(स) पुनरुक्तिप्रकाश
(द) उपमा
उत्तर :-(ब) रूपक
115. ……… बताते हैं कि यहाँ शब्दों में चमत्कार है तथा……….. बताते हैं यहाँ अर्थ में अद्भुत सौंदर्य है।
(अ) यमक, शब्दालंकार
(ब) रूपक, उपमा
(स) शब्दालंकार, अर्थालंकार
(द) अनुप्रास, श्लेष
उत्तर :-(स) शब्दालंकार, अर्थालंकार
116. ‘………..’, यह पंक्ति अनुप्रास अलंकार का उदाहरण है।
(अ) देखिए, फूल – सी बच्ची
(ब) नवजीवन दो घनश्याम हमें
(स) चरण कमल बंदौ हरि राई
(द) तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए
उत्तर :-(द) तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए
117. ………… यह पंक्ति यमक अलंकार का भेद नहीं है।
(अ) सूरज है जग का बुझा-बुझा
(ब) तीन बेर खाती थी वो तीन बेर खाती है
(स) कर का मनका डारि दे मन का मनका फेर
(द) खगकुल कुल-कुल-सा बोल रहा
उत्तर :-(अ) सूरज है जग का बुझा-बुझा
118. ………. अर्थालंकार का एक प्रकार है।
(अ) अनुप्रास
(ब) अतिशयोक्ति
(स) यमक
(द) श्लेष
उत्तर :-(ब) अतिशयोक्ति
119. ‘जानि श्याम घनश्याम को नाचि उठे वन मोर पंक्ति में कौन-सा अलंकार है-
(अ) सन्देह
(ब) उत्प्रेक्षा
(स) भ्रांतिमान
(द) असंगति
उत्तर :-(स) भ्रांतिमान
120. ‘निंदक नियरे राखिए, आंगन कुटी छवाय बिनु पानी साबुन बिना, निरमल करत सुभाय ॥ पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार बताइए-
(अ) विभावना
(ब) विशेषोक्ति
(स) उपमा
(द) विरोधाभास
उत्तर :-(अ) विभावना