अधिगम का मूल्यांकन |
1. आकलन (Assesment) मूल्यांकन की
(अ) संक्षिप्त प्रक्रिया है
(ब) विस्तृत प्रक्रिया है
(स) बहुआयामी संकल्पना है
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
2. क्रिस्टिना अपनी कक्षा को क्षेत्र-भ्रमण पर ले जाती है और वापस आने पर अपने विद्यार्थियों के साथ भ्रमण पर चर्चा करती है। यह …….. की ओर संकेत करता है।
(अ) सीखने के लिए आकलन
(ब) आकलन के लिए सीखना
(स) आकलन का सीखना
(द) सीखने का आकलन
3. पढ़ाई के दौरान असफल होने वाले विद्यार्थियों का मूल्यांकन निम्नलिखित में से किस प्रणाली के अन्तर्गत होता है?
(अ) रचनात्मक मूल्यांकन प्रणाली
(ब) योगात्मक मूल्यांकन प्रणाली
(स) निदानात्मक मूल्यांकन प्रणाली
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
4. निम्नलिखित में से कौन-सा मूल्यांकन सत्र (Session) की समाप्ति के बाद होता है?
(अ) योगात्मक मूल्यांकन
(ब)रचनात्मक मूल्यांकन
(स) निदानात्मक मूल्यांकन
(द)इनमें से कोई नहीं
5. निम्नलिखित में से कौन-सी अधिगम के मूल्यांकन की विशेषता नहीं है?
(अ) यह मूल्यांकन शिक्षा-प्राप्ति के बाद किया जाता है।
(ब) इसमें सूचना को सामान्य रूप से अंकों अथवा ग्रेडों में रूपान्तरित किया जाता है।
(स)इसमें सूचना अध्यापक द्वारा एकत्र की जाती है।
(द)इसमें सूचना छात्रों के द्वारा स्वयं एकत्र की जाती है।
6. वह मूल्यांकन, जो विद्यालय परिषदों के दिशा-निर्देशों के आधार पर तो किया जाता है, किन्तु परिषद् (बोर्ड) स्तर पर नहीं, कहलाता है
(अ) विद्यालय आधारित मूल्यांकन
(ब) निरीक्षण
(स) अवलोकन
(द) व्यापक मूल्यांकन
7. अधिगम में आकलन किसलिए आवश्यक होता है?
(अ) ग्रेड एवं अंकों के लिए
(ब) जाँच परीक्षण के लिए
(स) प्रेरणा के लिए
(द) पृथक्करण और श्रेणीकरण के उद्देश्य को प्रोत्साहन देने के लिए
8. आजकल विद्यालय आधारित मूल्यांकन की चर्चा की जाती है, इसके अन्तर्गत अध्यापकों को विद्यार्थियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या जानने का अवसर प्राप्त होता है?
A. वे क्या सीखते हैं?
B. वे क्या सोचते हैं?
C. वे कैसे सीखते हैं?
कूट:
(अ) केवल A
(ब) B और C
(स) A और C
(द) ये सभी
9. केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यालय आधारित सतत एवं व्यापक मूल्यांकन के दिशा-निर्देश दिए हैं, निम्नलिखित में से कौन-सा इसका एक उद्देश्य नहीं है?
(अ) बच्चों पर पड़ने वाले दबाव को कम करना।
(ब) विद्यार्थियों को अपनी रुचि के अनुसार पढ़ने की छूट देना।
(स) छात्रों की प्रवीणता के निर्धारण के लिए अंकों के स्थान पर ग्रेडों का प्रयोग।
(द) निदान एवं उपचार के साधन की व्यवस्था करना।
10. सतत एवं व्यापक मूल्यांकन में ‘व्यापक’ का तात्पर्य क्या है?
(अ) एक बार के कार्यक्रम के बदले निरन्तर मूल्यांकन
(ब) छात्रों के शैक्षिक एवं सह-शैक्षिक पक्षों की किसी एक क्षमता का व्यापक मूल्यांकन
(स) छात्रों की ज्ञान, समझ, व्याख्या, अनुप्रयोग, विश्लेषण इत्यादि क्षमता का मूल्यांकन
(द) छात्रों की याद करने की क्षमता का व्यापक मूल्यांकन
11. निम्नलिखित में से कौन-सा सतत एवं व्यापक मूल्यांकन का एक उद्देश्य नहीं है?
(अ) याद रखने पर बल देने के बदले सीखने की प्रक्रिया पर बल देना।
(ब) छात्रों के सीखने की प्रक्रिया एवं परिवेश के बारे में उपयुक्त निर्णय लेना।
(स) अध्यापन एवं अधिगम प्रक्रिया को शिक्षक केन्द्रित कार्यकलाप बनाना।
(द) बोधात्मक, मनोप्रेरक और भावात्मक कौशलों के विकास में सहायता करना।
12. मूल्यांकन की प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इस दौरान शिक्षकों को निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य करना चाहिए?
(अ) छात्रों को फीडबैक उपलब्ध कराना, ताकि वे बेहतर ढंग से कार्य कर सकें
(ब) छात्रों के बीच तुलना करना
(स) छात्रों के बारे में नकारात्मक बयान देना
(द) शिक्षार्थियों को मन्द, कमजोर, बुद्धिमान आदि के रूप में वर्गीकृत करना
13. पारम्परिक बाह्य परीक्षा की तुलना में वर्तमान समय में विद्यालय-आधारित मूल्यांकन को सुदृढ़ करने की आवश्यकता क्यों है?
(अ) क्योंकि विद्यालय आधारित मूल्यांकन में बच्चों की सभी योग्यताओं का मूल्यांकन होता है।
(ब) क्योंकि विद्यालय आधारित मूल्यांकन वर्ष के अन्त में एक बार होता है, जिससे छात्रों को सुविधा होती है।
(स) क्योंकि विद्यालय आधारित परीक्षा में अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को उत्तीर्ण अथवा अनुत्तीर्ण किया जाता है।
(द) उपरोक्त सभी।
14. व्यापक एवं सतत मूल्यांकन के अन्तर्गत निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य नहीं किया जाता?
(अ) इसमें परीक्षा-परिणामों का विश्लेषण और व्याख्या वैज्ञानिक तरीके से किया जाता है।
(ब) इसमें परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर विद्यार्थियों को उत्तीर्ण अथवा अनुत्तीर्ण किया जाता है।
(स) इसमें बच्चों पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जाता है।
(द) मूल्यांकन को व्यापक एवं नियमित बनाया जाता है।
15. मूल्यांकन की प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इस दौरान शिक्षकों को निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य नहीं करना चाहिए?
(अ) प्रत्येक विद्यार्थी की अनुक्रिया के बारे में संवेदनशील होना।
(ब) बच्चों की प्रगति के बारे में सूचना एकत्र करते रहना।
(स) शिक्षार्थियों को विभिन्न वर्गों में विभाजित कर, उनके बीच तुलना करना।
(द) बच्चों की विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को अभिलेखबद्ध करना।
16. सतत एवं मूल्यांकन की निम्नलिखित में से किस विधि में शिक्षक विद्यार्थी के विभिन्न तथ्यों जैसे—भाषा के प्रयोग, संवेगात्मकता, खेल के दौरान व्यवहार इत्यादि को लिखता है एवं इस तरह एकत्र सूचनाओं के आधार पर मूल्यांकन करता है?
(अ) जाँच-सूची
(ब) प्रश्नावली
(स) निरीक्षण
(द) साक्षात्कार
17. किसके अनुसार व्यवहार ज्ञानात्मक, भावात्मक व क्रियात्मक प्रकार के होते हैं?
(अ) रॉस के अनुसार
(ब) स्किनर के अनुसार
(स) टॉयलर के अनुसार
(द) ब्लूम के अनुसार
18. आकलन को ‘उपयोगी और रोचक’ प्रक्रिया बनाने के लिए ………. के प्रति सचेत होना चाहिए।
(अ) अलग-अलग विद्यार्थियों में तुलना करना।
(ब) विद्यार्थियों को बुद्धिमान या औसत शिक्षार्थी की उपाधि देना।
(स) शैक्षिक और सह-शैक्षिक क्षेत्रों में विद्यार्थी के सीखने के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए विविध तरीकों का प्रयोग करना।
(द) प्रतिपुष्टि (फीडबैक) देने के लिए तकनीकी भाषा का प्रयोग करना।
19. विद्यालय-आधारित आकलन मुख्य रूप से किस सिद्धान्त पर आधारित होता है?
(अ) आकलन बहुत किफायती (मितव्ययी) होना चाहिए।
(ब) बाह्य परीक्षकों की अपेक्षा शिक्षक अपने शिक्षार्थियों की क्षमताओं को बेहतर जानते हैं।
(स) किसी भी कीमत पर विद्यार्थियों को अच्छे ग्रेड मिलने चाहिए।
(द) विद्यालय, बाह्य परीक्षा निकायों की अपेक्षा ज्यादा सक्षम हैं।
20. सीखने के लिए आकलन निम्नलिखित का ध्यान है, सिवाय
(अ) विद्यार्थियों की आवश्यकताएँ
(ब) विद्यार्थियों की त्रुटियाँ
(स) विद्यार्थियों की अधिगम-शैलियाँ
(द) विद्यार्थियों की क्षमताएँ
21. विद्यालय आधारित आकलन
(अ) शिक्षार्थियों और शिक्षकों को अगम्भीर और लापरवाह बनाता है।
(ब) शिक्षा-बोर्ड की जवाबदेही कम कर देता है।
(स) सार्वभौमिक राष्ट्रीय मानकों की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करता है।
(द) परिचित वातावरण में अधिक सीखने में सभी शिक्षार्थियों की सहायता करता है।
22. विद्यालय-आधारित आकलन प्रारम्भ किया गया था, ताकि
(अ) राष्ट्र में विद्यालयी शिक्षा संगठनों की शक्ति का विकेन्द्रीकरण किया जा सके।
(ब) सभी विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास को निश्चित किया जा सके।
(स) विद्यार्थियों की उन्नति की बेहतर व्याख्या के लिए उनकी सभी गतिविधियों के नियमित अभिलेखन हेतु अध्यापकों को अभिप्रेरित किया जा सके।
(द) विद्यालय अपने क्षेत्रों में विद्यमान अन्य विभिन्न विद्यालयों की तुलना में प्रतियोगिता द्वारा अपनी विशिष्टता का प्रदर्शन करने हेतु अभिप्रेरित हो सकें।
23. कथन (A) शिक्षण के साथ परीक्षण का ताल-मेल बैठाने के लिए सतत एवं व्यापक मूल्यांकन आवश्यक है।
कारण (R) इसमें यह समझने के लिए कि अधिगम का किस प्रकार अवलोकन किया जाता है, दर्ज किया जाता है व सुधार किया जा सकता है।
कूट:
(अ) A सही है, लेकिन R गलत है।
(ब) A और R दोनों गलत हैं।
(स) A गलत है तथा R सही है।
(द) A और R दोनों सही हैं।
24. गणित में अधिगम निर्योग्यता का आकलन निम्न में से किस परीक्षण द्वारा सर्वाधिक उचित तरीके से किया जा सकता है?
(अ) अभिक्षमता परीक्षण
(ब) निदानात्मक परीक्षण
(स) स्क्रीनिंग परीक्षण
(द) उपलब्धि परीक्षण
25. निम्नलिखित में से कौन-सा आकलन करने का सर्वाधिक उपयुक्त तरीका है?
(अ) आकलन शिक्षण-अधिगम में अन्तर्निहित प्रक्रिया है।
(ब) आकलन एक शैक्षणिक सत्र में दो बार करना चाहिए-शुरू में और अन्त में।
(स) आकलन शिक्षक के द्वारा नहीं, बल्कि किसी बाह्य एजेन्सी के द्वारा कराना चाहिए।
(द) आकलन सत्र की समाप्ति पर करना चाहिए।
26. आकलन उद्देश्यपूर्ण होता है यदि
(अ) इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रतिपुष्टि (फीडबैक) प्राप्त हो।
(ब) यह केवल एक बार वर्ष के अन्त में हो।
(स) विद्यार्थियों की उपलब्धियों में अन्तर करने के लिए तुलनात्मक मूल्यांकन किए जाएँ।
(द) इससे विद्यार्थियों में भय और तनाव का संचार हो।
27. निम्नलिखित में से कौन-सा सतत और व्यापक मूल्यांकन से सम्बन्धित नहीं है?
(अ) यह बच्चों को धीमे, खराब या बुद्धिमान के रूप में चिह्नित करने में उपयोगी होता है।
(ब) इसे भारत के शिक्षा के अधिकार अधिनियम द्वारा अनिवार्य किया गया है।
(स) यह शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है।
(द) यह विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों में बच्चे की उपलब्धि पर केन्द्रित है।
28. मूल्यांकन को……….।
(अ) वस्तुनिष्ठ प्रकार के लिखित कार्यों पर आधारित होना चाहिए।
(ब) एक अलग गतिविधि के रूप में लेना चाहिए।
(स) शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का एक भाग होना चाहिए।
(द) केवल नम्बरों के सन्दर्भ में करना चाहिए।
29. मूल्यांकन पद्धतियों का लक्ष्य होना चाहिए
(अ) विद्यार्थियों की आवश्यकताओं की पहचान करना।
(ब) पुरस्कार-वितरण हेतु उच्च-अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की पहचान करना।
(स) विद्यार्थियों को नामांकित करना।
(द) योग्यता-आधारित समूहों में विद्यार्थियों को विभाजित करना।
30. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सतत और व्यापक मूल्यांकन के सन्दर्भ में सही नहीं है?
(अ) पारम्परिक पेपर-कलम परीक्षण विद्यार्थियों की सभी विशेषताओं और क्षमताओं का आकलन नहीं कर पाते हैं।
(ब) अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया में नवीनतम प्रक्रिया।
(स) यह शिक्षकों के लिए शिक्षार्थियों का निरन्तर परीक्षण करने का आसान तरीका है।
(द) यह विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति रुचि पैदा करता है।
31. एक शिक्षक एक महीने की अवधि के अन्तराल में विद्यार्थियों को निबन्ध लेखन के लिए कई ड्राफ्ट लिखने के लिए सहयोग देता है। यदि यह शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थियों के सभी ड्राफ्ट को ध्यान में रखता है और उन सभी ड्राफ्ट पर काम करने की प्रक्रिया को भी मान्यता देता है, तो इस प्रकार के मूल्यांकन को क्या कहेंगे?
(अ) मानकीकृत
(ब) मानक-सन्दर्भित
(स) रचनात्मक
(द) योगात्मक
32. अभिकथन (A) शिक्षकों को बच्चों का आकलन करने के लिए विभिन्न प्रकार की आकलन तकनीक और विधियों का प्रयोग करना चाहिए।
कारण (R) कोई भी एक मूल्यांकन तकनीक बच्चे की प्रगति और विकास के क्षेत्रों के बारे में जानकारी प्रदान करने में सक्षम नहीं है।
कूट:
(अ) (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(ब) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
(स) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(द) (A) और (R) दोनों सही हैं लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
33. निम्नलिखित में से कौन शिक्षार्थियों को उनक सीखने का स्वयं मूल्यांकन करने और उनकी समझ की जाँच करने में सहातया करता है?
(अ) अधिसंज्ञान
(ब) विस्मरण
(स) अनुकृति
(द) रटकर याद करना
34. निम्नलिखित में से कौन-सी स्थिति सीखने के लिए आकलन को नहीं दर्शाती है?
(अ) छात्र सक्रिय रूप से सोचते हैं की वे कहाँ हैं, वे कहाँ जा रहे हैं और वहाँ कैसे पहुँचे।
(ब) शिक्षक सीखने को सुसाधित करने के लिए रचनात्मक गुणात्मक प्रतिक्रिया देते हैं।
(स) प्रदर्शन बढ़ाने के लिए छात्रों के बीच लगातार तुलना की जाती है।
(द) रचनात्मक मूल्यांकन के कई तरीके जैसे सहकर्मी और स्व-मूल्यांकन का उपयोग किया जाता है।
35. ‘सीखने के आकलन’ के अतिरिक्त ‘सीखने के लिए आकलन’ सुनिश्चित करने के लिए एक शिक्षक को चाहिए कि वह
(अ) सीधे निर्देश की विधि द्वारा ही शिक्षण को करें
(ब) शिक्षण-अधिगम की दैनिक प्रक्रिया में आकलन को शामिल करें।
(स) प्रतिस्पर्द्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के बीच तुलना पर जोर दें।
(द) शिक्षार्थियों की केवल संज्ञानात्मक क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करें