उत्पादन |
21. वास्तविक मजदूरी है-
(अ) लाभ / मूल्य स्तर
(ब) किराया / मूल्य स्तर
(स) ब्याज / मूल्य स्तर
(द) नगद / मूल्य स्तर
22. संयंत्र और मशीनरी हैं-
(अ) उत्पादक की वस्तुएँ
(ब) उपभोक्ता की वस्तुएँ
(स) वितरकों की वस्तुएँ
(द) मुफ्रत चीजें
23. उत्पादन में उद्यमी का पारिश्रमिक है?
(अ) विशुद्ध लाभ
(ब) सकल लाभ
(स) निवल लाभ
(द) अलौकिक लाभ
24. उत्पादन का मूल उद्देश्य क्या है?
(अ) मानवीय जरूरतों की संतुष्टि
(ब) रोजगार सृजन के लिए
(स) लाभ सृजन के लिए
(द) भौतिक निर्गत बढ़ाने के लिए
25. चर अनुपात नियम के तीसरे चरण को कहा जाता है-
(अ) ऋणात्मक प्रतिफल
(ब) धनात्मक प्रतिफल
(स) स्थिर प्रतिफल
(द) बढ़ता हुआ प्रतिफल
26. उत्पादन के कारक के लिए न्यूनतम भुगतान कहा जाता है-
(अ) अर्ध किराया
(ब) किराया
(स) वेतन
(द) भुगतान हस्तांतरण
27. …………… पैमाने का एक प्रतिफल है-
(अ) कालातीत घटना
(ब) दिशाहीन घटन
(स) अल्पावधि
(द) दीर्घावधि घटन
28. उपभोक्ता किस बिन्दु पर सर्वाधिक संतुष्टि प्राप्त करता है?
(अ) सीमांत उपयोगिता = मूल्य
(ब) सीमांत उपयोगिता > मूल्य
(स) सीमांत उपयोगिता < मूल्य
(द) सीमांत लागत = मूल्य
29. उत्पादन संदर्भित करता हैं-
(अ) उपयोगिता का विनाश
(ब) उपयोगिता का निर्माण
(स) विनिमय मूल्य
(द) उत्पाद का इस्तेमाल
30. ह्रासमान प्रतिफल नियम किस पर लागू होता है?
(अ) सभी क्षेत्रों पर
(ब) औद्योगिक क्षेत्र पर
(स) कृषि क्षेत्र पर
(द) सेवा क्षेत्र पर
31. कारक मूल्य निर्धारण सिद्धांन्त के अध्ययन को वैकल्पिक रूप से कहा जाता है-
(अ) कार्यात्मक वितरण
(ब) व्यक्तिगत वितरण
(स) आय वितरण
(द) संपत्ति वितरण
32. आंतरिक प्रतिफल दर है-
(अ) यदि फर्म को निवेश करना है तो ब्याज दर कम होना चाहिए
(ब) लाभ के वर्तमान मूल्य को लागत के वर्तमान मूल्य के बराबर बनाता है
(स) निवेश की वार्षिक उपज के रूप में
(द) सभी फर्म निवेश के लिए बाजार ब्याज दर के बराबर है
33. निम्न में से क्या होता है जब श्रम उत्पादकता बढ़ती हैं?
(अ) संतुलित नाममात्र मजदूरी में गिरावट होती हैं
(ब) संतुलित श्रम की मात्रा में गिरावट होती हैं
(स) प्रतिस्पर्धी फर्म को अधिक पूंजी का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा
(द) श्रम-माँग वक्र दायीं ओर खिसक जाता हैं
34. अर्थशास्त्र में मानव निर्मित उपकरणों के उत्पादन को वर्गीकृत किया जाता है-
(अ) संगठन में
(ब) पूंजी में
(स) उपकरण में
(द) श्रम में
35. आर्थिक सिद्धांत में गुणक प्रक्रम (Multiplier process) का परम्परागत अर्थ है-
(अ) जिस तरह से कीमतों में वृद्धि होती हैं।
(ब) जिस तरह से बैंक ऋण निर्मित करता हैं।
(स) प्रारम्भिक निवेश की प्रतिक्रिया में अर्थव्यवस्था की आय में वृद्धि होना।
(द) जिस प्रकार सरकारी व्यय में वृद्धि होती हैं।
36. पूंजी की सीमांत क्षमता है-
(अ) नया निवेश पर अपेक्षित लाभ
(ब) मौजूदा निवश पर अपेक्षित लाभ
(स) लाभांश और ब्याज दर में अन्तर
(द) पूंजी के प्रति इकाई पर उत्पाद का मूल्य
37. वस्तु के पूंजी-उत्पाद अनुपात का अर्थ है-
(अ) उत्पाद के प्रति इकाई का मूल्य
(ब) उत्पाद के प्रति इकाई पर निवेशित पूंजी
(स) उत्पादन की मात्रा पर मूल्य ह्रास का अनुपात
(द) उत्पादन की मात्रा पर कार्यरत पूंजी का अनुपात
38. निवेश बराबर है-
(अ) सभी भौतिक पूंजी परिसंपत्तियों का कुल सकल मान
(ब) सभी पूंजी परिसंपत्तियों के कुल सकल मान में से टूट-फूट का घटाव
(स) संयंत्र का स्टॉक, मशीन और यंत्र
(द) इनमें से काई नहीं
39. उद्योग में, कच्चा माल, संघटक प्रगतिशील कार्य और अंतिम वस्तु संयुक्त रूप से किस रूप में माना जाता है?
(अ) शेयर पूंजी
(ब) माल-सूची
(स) निवेश
(द) कुल मूल्य
40. आय ज्ञात करते समय निम्नलिखित में से किस-पर व्यय को निवेश नहीं माना जाता है?
(अ) फैक्टरी का निर्माण
(ब) कम्प्यूटर
(स) नहीं बिकी हुई वस्तुओं के संग्रह में वृद्धि
(द) संयुक्त कम्पनी का शेयर और स्टॉक