शिक्षा एवं प्रेस का विकास |
81. 1830 के दशक में आंग्लिकों’ और ‘प्राच्यविदों के बीच हुई बहस की निम्नलिखित में से कौनसी विशेषता/विशेषताएं
1. आंग्लिक संस्कृत और अरबी ग्रंथों के मुद्रण पर खर्च होने वाली धनराशि में कमी करना चाहते थे
2. आंग्लिक संस्कृत में ग्रंथों के मुद्रण पर खर्च होने वाली धनराशि में कमी करना चाहते थे, परन्तु फारसी में मुद्रण जारी रखना चाहते
3. प्राच्यविद, अरबी और संस्कृत के विद्यार्थियों के लिये वृत्तिका चाहते थे
4. प्राच्यविदो ने दिल्ली में एक नया संस्कृत महाविद्यालय प्रारम्भ किया
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(अ) केवल 1
(ब) 1,3 और 4
(स) केवल 1 और 3
(द) 2, 3 और 4
82. निम्नलिखित में से कौन, औपनिवेशिक भारत में धामी शिक्षा के/की सुख्यात पक्षधर थे/थीं?
1. सिस्टर सुब्बलक्ष्मी
2. वेगम रुकय्या सखावत हुसैन
3. केशव चन्द्र सेन
4. आनन्द कुमारस्वामी
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
(अ) 1, 2, 3 और 4
(ब) केवल 1, 2 और 3
(स) केवल 3 और 4
(द) केवल 1 और 2
83. 1878 के वर्नाकुलर प्रेस ऐक्ट के तहत भारतीय भाषा के समाचार पत्रों का दमन किसकी आलोचना की वजह से हुआ था?
(अ) अंग्रेजी अधिकारियों की उड़ाऊ जीवन-शैली
(ब) अंग्रेजी मालिकों द्वारा नील के कामगारों के साथ बुरा व्यवहार
(स) 1876-77 के अकाल पीड़ितों के प्रति अंग्रेजी अधिकारियों का अमानवीय दृष्टिकोण
(द) अंग्रेजी अधिकारियों द्वारा भारत के धार्मिक स्थानों का दुरुपयोग
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