प्राचीन भारत का साहित्य एवं साहित्यकार |
81. आज भी भारत में हेनसांग को याद करने का मुख्य कारण है –
(अ) हर्ष के प्रति सम्मान
(ब) नालन्दा में अध्ययन
(स) बौद्ध धर्म में आस्था
(द) सी-यू-की रचना
82. “इंडियन एपीग्राफी” के लेखक हैं –
(अ) डी. सी. सरकार
(ब) ओल्डेनबर्ग
(स) एफ. एफ. पार्जिटर
(द) एच. डी. सांकलिया
83. कल्हण द्वारा रचित राजतरंगिनी निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है?
(अ) चन्द्रगुप्त के शासन से
(ब) गीतों के संकलन से
(स) कश्मीर के इतिहास से
(द) कृष्णदेव राय के शासन से
84. कल्हण की पुस्तक का नाम क्या है?
(अ) अर्थशास्त्र
(ब) इण्डिका
(स) पुराण
(द) राजतरंगिणी
85. कल्हण की राजतरंगिणी को किसने आगे बढ़ाया?
(अ) विल्हण एवं मेरुतुंग
(ब) विल्हण एवं मम्मट
(स) जोनराज एवं मेरुतुंग
(द) जोनराज एवं श्रीवर
86. कल्हण कृत राजतरंगिणी में कुल कितने तरंग हैं?
(अ) आठ
(ब) नौ
(स) दस
(द) ग्यारह
87. कल्हण कृत राजतरंगिणी, में किसका इतिहास वर्णित है?
(अ) गुजरात
(ब) बंगाल
(स) कश्मीर
(द) पंजाब
88. बाण किसके दरबार में था?
(अ) चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य
(ब) अशोक
(स) हर्षवर्धन
(द) कनिष्क
89. महाकाव्य और पौराणिक मूलपाठों के निबंधों अथवा सार-संग्रहों के संकलन के लिए, बारहवीं सदी के संस्कृत का कौन विद्वान सर्वप्रथम जिम्मेवार था?
(अ) हर्ष
(ब) गोविन्दचन्द्र
(स) लक्ष्मीधर
(द) कालिदास
90. ‘हर्षचरित’ नामक पुस्तक किसने लिखी?
(अ) कालिदास
(ब) बाणभट्ट
(स) विष्णुगुप्त
(द) परिमलगुप्त
91. कवि ‘बाण’ निवासी था –
(अ) पाटलिपुत्र का
(ब) थानेश्वर का
(स) भोजपुर का
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
92. ‘श्रीमद् भागवद् गीता’ मौलिक रूप में किस भाषा में लिखी गयी थी?
(अ) संस्कृत
(ब) उर्दू
(स) पाली
(द) हिन्दी
93. प्राचीन संस्कृत ग्रन्थों में प्राप्य ‘यवनप्रिय’ शब्द का द्योतक था –
(अ) एक प्रकार की उत्कृष्ट भारतीय मलमल का
(ब) हाथी दाँत का
(स) नृत्य के लिए यवन राज्यसभा में भेजी जाने वाली नर्तकियों का
(द) कालीमिर्च का
94. निम्नलिखित में से कौन, रामकथा के जैन रूपांतर, पउमचरिअम का लेखक है?
(अ) भानुचंद्र उपाध्याय
(ब) हेमचंद्र
(स) हरि विजय सूरि
(द) विमल सूरि
95. प्राचीन काल के महान विधि निर्माता थे –
(अ) अशोक
(ब) आर्य भट्ट
(स) मनु
(द) वात्स्यायन
96. निम्न में से कौन वास्तु शास्त्र का ग्रन्थ नहीं है?
(अ) मानसार
(ब) समरांगण सूत्रधार
(स) महावस्तु
(द) मयमत
97. भारतीय तर्कविद्या का प्राचीनतम ग्रन्थ है –
(अ) न्याय सूत्र
(ब) कल्प सूत्र
(स) सांख्य सूत्र
(द) वेदान्त सूत्र
98. ‘सौन्दरानन्द’ किसकी रचना है –
(अ) अश्वघोष
(ब) बाणभट्ट
(स) भवभूति
(द) भास
99. “वृहत्कथा” का लेखक था –
(अ) दत्तमित्र
(ब) गुणाढ्य
(स) भद्रबाहु
(द) सर्ववर्मन
100. ‘स्वप्नवासवदत्ता’ के लेखक (Author) हैं –
(अ) कालिदास
(ब) भास
(स) भवभूति
(द) राजशेखर