दक्षिण भारत का इतिहास (चोल, चालुक्य, पल्लव वंश) |
1. निम्नलिखित में से किनका ‘पेरिप्लस ऑफ द एरीशियन सी’ में दक्षिणापथ के दो महत्वपूर्ण अन्तर्राज्यीय बाजारों के रूप में उल्लेख हुआ है?
(अ) अमरावती एवं नागार्जुनकोण्डा
(ब) नासिक एवं जुन्नर
(स) कल्याण एवं कन्हेरी
(द) प्रतिष्ठान एवं तगर
2. वह चोल राजा कौन था जिसने श्रीलंका को पूर्ण स्वतंत्रता दी और सिंहल राजकुमार के साथ अपनी पुत्री का विवाह कर दिया था?
(अ) कुलोत्तुंग I
(ब) राजेन्द्र I
(स) अधिराजेन्द्र
(द) राजाधिराज I
3. चोल राजवंश के निम्नलिखित शासकों में से किसने सर्वप्रथम दक्षिण-पूर्व एशिया के विरुद्ध नौसैनिक अभियान चलाया?
(अ) राजाधिराज
(ब) राजराज I
(स) राजेन्द्र I
(द) वीर राजेन्द्र
4. चोल राजाओं में किस एक ने सीलोन (Ceylon) पर विजय प्राप्त की थी?
(अ) आदित्य प्रथम
(ब) राजराजा प्रथम
(स) राजेन्द्र
(द) विजयालय
5. व्यापारी, चीन में किसके कार्यकाल में भेजे गये थे –
(अ) कुलोत्तुंग-1
(ब) राजेन्द्र-I
(स) राजराज-I
(द) राजाधिराज-I
6. निम्नलिखित में से किस चोल शासक को चोल गंगम नामक वृहद कृत्रिम झील बनवाने का श्रेय दिया जाता है?
(अ) राज राज प्रथम
(ब) राजेन्द्र
(स) राजधिराज
(द) राजराज द्वितीय
7. निम्नलिखित चोल शासकों में जिसने बंगाल की खाड़ी को ‘चोल झील’ का स्वरूप प्रदान कर दिया, वह कौन था?
(अ) राजराज प्रथम
(ब) राजेन्द्र प्रथम
(स) अधिराज
(द) कुलोत्तुंग
8. ‘गंगेकोण्डचोलपुरम’ की स्थापना किसने की थी?
(अ) राजराज-I
(ब) राजधिराज
(स) राजेन्द्र-I
(द) विजयादित्य
9. निम्नलिखित में से किस को दक्षिण भारत के विशेषकर चोल युग के स्थापत्यों की विश्व में श्रेष्ठतम प्रतिमा-रचना माना जाता है?
(अ) महिषासुरमर्दिनी
(ब) नटराज
(स) राम
(द) सोमस्कन्द
10. ‘नटराज’ की प्रसिद्व कांस्य मूर्ति एक उत्कृष्ट उदाहरण है –
(अ) चोल कला का
(ब) गन्धार कला का
(स) गुप्त कला का
(द) मौर्य कला का
11. भारत के इतिहास के संदर्भ में निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए –
शब्द विवरण
1. एरिपत्ति : भूमि, जिससे मिलने वाला राजस्व अलग से ग्राम जलाशय के रख-रखाव के लिए निर्धारित कर दिया जाता था
2. तनियूर : एक अकेले ब्राह्मण अथवा एक ब्राह्मण -समूह को दान में दिए गए ग्राम
3. घटिका : प्राय: मंदिरों के साथ संबद्ध विद्यालय
उपर्युक्त में से कौन सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं?
(अ) 1 और 2
(ब) केवल 3
(स) 2 और 3
(द) 1 और 3
12. चोलों के अन्तर्गत ‘तट्टोलि’ कर अदा करते थे –
(अ) कृषक
(ब) नगाड़ा बजाने वाले
(स) सुनार
(द) भेड़ चराने वाले
13. चोल राज्य में ‘नाट्ट विनियोगम’ शब्द का क्या अभिप्राय था?
(अ) एक नाडु का कार्यालय
(ब) एक नाडु की मुद्रा
(स) नाडु के खर्च के लिए एक कर
(द) अनेक नाडुओं का एक मण्डल
14. चोलों के अधीन ग्राम प्रशासन के बहुत से ब्यौरे जिन शिलालेखों में हैं वे कहाँ है?
(अ) थंजावूर
(ब) उरैयूर
(स) कांचीपुरम्
(द) उत्तर मेलर
15. कुशल ग्रामीण प्रशासन के लिए प्रसिद्ध राजवंश था –
(अ) चोल
(ब) राष्ट्रकूट
(स) चालुक्य
(द) पल्लव
16. निम्नलिखित में कौन चोल प्रशासन की विशेषता थी –
(अ) साम्राज्य का मण्डलम में विभाजन
(ब) ग्राम प्रशासन की स्वायत्तता
(स) राज्य के मंत्रियों को समस्त अधिकार
(द) कर संग्रह प्रणाली का सस्ता व उचित होना
17. किस दक्षिण भारतीय राज्य में उत्तम ग्राम प्रशासन था –
(अ) चेर
(ब) चालुक्य
(स) चोल
(द) वातापी
18. निम्नांकित राजवंशों में से किसके शासक अपने शासन काल में ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर देते थे?
(अ) चालुक्य
(ब) चोल
(स) कदम्ब
(द) कलचुरि
19. चोलों का राज्य किस क्षेत्र में फैला था –
(अ) विजयनगर क्षेत्र
(ब) मालाबार तट
(स) डोयएल
(द) कोरोमण्डल तट, दक्कन के कुछ भाग
20. चोल शासकों के शासनकाल में निम्नलिखित में से कौन सा वारियम् उद्यान प्रशासन का कार्य देखता था?
(अ) पान वारियम्
(ब) एरि वारियम्
(स) टोट्ट वारियम्
(द) सम्वत्सर वारियम्