दक्षिण भारत का इतिहास (चोल, चालुक्य, पल्लव वंश) |
41. तीसरी शताब्दी में वारंगल प्रसिद्ध था –
(अ) ताँबे के बर्तनों के लिए
(ब) स्वर्ण आभूषणों के लिए
(स) लोहे के यंत्रों/उपकरणों हेतु
(द) हाथी-दाँत के काम हेतु
42. निम्नलिखित में से कौन शैव धर्म के समयाचार्य थे?
(i) नाथमुनि
(ii) माणिक्कवाचकर
(iii) सम्बन्दर
(iv) सुन्दरर
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) (i), (ii), (iii), (iv)
(ब) (ii), (iii), (iv)
(स) (ii), (iii)
(द) (iii), (iv)
43. निम्नलिखित में से कौन-सा प्राचीन भारत में व्यापारियों का निगम था?
(अ) चतुर्वेदीमंगलम
(ब) परिषद
(स) अष्टदिग्गज
(द) मणिग्राम
44. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर चुनिए –
सूची-I सूची-II
A. चालुक्य 1. मदुरई
B. पल्लव 2. कन्नौज
C. हर्ष 3. बादामी
D. पांड्या 4. कांचीपुरम
कूटः A B C D
(अ) 3 4 2 1
(ब) 4 3 2 1
(स) 1 4 2 3
(द) 1 3 2 4
45. पांड्य राज्य की जीवन रेखा कौन सी नदी थी?
(अ) गोदावरी
(ब) कृष्णा
(स) तुंगभद्रा
(द) वेंगी
46. पुलकेशिन-प्रथम बादामी शिलालेख शक वर्ष 465 का दिनांकित है। यदि इसे विक्रम संवत् में दिनांकित करना हो तो वर्ष होगा –
(अ) 601
(ब) 300
(स) 330
(द) 407
47. कवि कालिदास के नाम का उल्लेख किसमें हुआ है?
(अ) इलाहाबाद स्तम्भ लेख में
(ब) ऐहोल के उत्कीर्ण लेख में
(स) अलपादु दानलेख में
(द) हनुमकोंडा उत्कीर्ण लेख में
48. ऐहोल अभिलेख निम्नलिखित में से किस एक की कीर्ति का विवरण देता है?
(अ) पुलकेशी द्वितीय
(ब) गौतमीपुत्र सातकर्णी
(स) ईशानवर्मन
(द) आदित्यसेन
49. संस्कृत के कवि और नाटककार कालिदास का उल्लेख हुआ है –
(अ) पुलकेशिन II के ऐहोल अभिलेख में
(ब) मिहिरभोज के ग्वालियर अभिलेख में
(स) कुमारगुप्त I के करमदण्डा शिवलिंग अभिलेख में
(द) चन्द्रगुप्त II के मथुरा स्तम्भ लेख में
50. एक चालुक्य अभिलेख के तिथि अंकन में शक संवत् का वर्ष 556 दिया हुआ है। इसका तुल्य वर्ष है –
(अ) 478 ई.
(ब) 499 ई.
(स) 613 ई.
(द) 634 ई.
51. निम्न में से किस स्त्रोत में हर्ष एवं पुलकेशिन द्वितीय के युद्ध का वर्णन है?
1. बाणभट्ट कृत हर्षचरित
2. हर्ष का बांसखेड़ा अभिलेख
3. पुलकेशिन द्वितीय का ऐहोल अभिलेख
4. ह्वेनसांग का यात्रा-विवरण
नीचे के कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) 1 एवं 2
(ब) 2 एवं 3
(स) 3 एवं 4
(द) 1, 2 एवं 3
52. चोल राजवंश द्वारा निर्मित बृहदेश्वर मंदिर में शिव का कौन-सा रूप सर्वाधिक विशिष्ट है?
(अ) हरिहर
(ब) भैरव
(स) रुद्र
(द) त्रिपुरांटक
53. विजयनगर साम्राज्य के बारे में निम्नलिखित में से कौनसे/से कथन सत्य है/है?
1. राजाओं ने भगवान विरूपाक्ष की ओर से शासन करने का दावा किया था।
2. शासकों ने देवताओं के साथ अपनी घनिष्ठ संलग्नता इंगित करने के लिए “हिंदू सुत्राण” उपाधि का प्रयोग किया था।
3. सभी राजसी आदेशों पर कन्नड़, संस्कृत और तमिल में हस्ताक्षर किए जाते थे।
4. राजसी आकृति मूर्ति अब मंदिरों में प्रदर्शित की जाती थी।
54. चोल शासक का नाम बताइये जिसने श्रीलंका के उत्तरी भाग पर विजय प्राप्त की थी –
(अ) राजराज प्रथम
(ब) राजेन्द्र प्रथम
(स) परान्तक प्रथम
(द) आदित्य प्रथम
55. नवीं शताब्दी ई. में निम्नलिखित में से किसके द्वारा चोल साम्राज्य की नींव डाली गयी?
(अ) विजयालय
(ब) कृष्ण 1
(स) परांतक
(द) राजराज चोल
56. किस चोल राजा ने जल सेना प्रारम्भ की थी?
(अ) राजेन्द्र चोल
(ब) परांतक प्रथम
(स) राजराज द्वितीय
(द) राजराज प्रथम
57. चोल शासकों के समय बनी हुई प्रतिमाओं में सबसे अधिक विख्यात हुई?
(अ) पत्थर की प्रतिमाएं
(ब) संगमरमर की प्रतिमाएं
(स) विष्णु भगवान की पत्थर शिलाओं पर अंकित प्रतिमाएं
(द) नटराज शिव की कॉसे की प्रतिमाएं
58. चोल युग प्रसिद्ध था निम्न के लिए –
(अ) धार्मिक विकास
(ब) ग्रामीण सभाएँ
(स) राष्ट्रकूटों से युद्ध
(द) लंका से व्यापार
59. कांची का विख्यात कैलाशनाथ मंदिर किसने बनवाया था?
(अ) नरसिंह वर्मन द्वितीय
(ब) नन्दि वर्मन द्वितीय
(स) कृष्ण प्रथम
(द) कृष्ण द्वितीय
60. निम्नलिखित में से किस चोल शासक ने नागपट्टम में एक बौद्ध विहार के निर्माण में शैलेन्द्र सम्राट मर्विजयोतुंग-वर्मन के साथ सहयोग किया था?
(अ) विजयालय
(ब) परान्तक प्रथम
(स) राजराज प्रथम
(द) राजेन्द्र प्रथम