सामजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन |
181. ‘रहनुमाई मजदयासन समाज’ किसके जुड़ा है?
(अ) सिक्खों से
(ब) पारसियों से
(स) मुस्लिमों से
(द) सिन्धियों से
182. ‘रहनुमाई मज्दायासन सभा की स्थापना 1851 में पारसियों के सामाजिक-धार्मिक सुधारों का सूत्रपात करने के लिए हुई थी। इसके संस्थापकों की सूची में किसका नाम नहीं
(अ) नौरोजी फुरदोनजी
(ब) दादाभाई नौरोजी
(स) एस. एस. बंगाली
(द) शिबली नोमानी
183. निम्नलिखित में से कौन सा बंगाली नाटक बहु विवाह प्रथा के विरुद्ध निर्देशित था?
(अ) भानुमती चित्तविकास
(ब) कुलीन कुलसर्वस्व
(स) विधवा विवाह
(द) नव नाटक
184. निम्नलिखित में से किस संगठन की स्थापना एन. एम. जोशी ने की थी?
(अ) सामाजिक सेवा समिति , बम्बई
(ब) भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस
(स) सेवा समिति , इलाहाबाद
(द) अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस
185. भारत वर्ष में नारी आन्दोलन का सूत्रपात प्रमुखत: किसकी प्रेरणा से हुआ?
(अ) रमाबाई रानाडे
(ब) विजयालक्ष्मी पंडित
(स) सरोजिनी नायडू
(द) ऐनी बेसेन्ट
186. निम्नलिखित मुस्लिम नेताओं में किसने स्वयं को मसीहे दाउद होने वाला मसीहा) एवं भगवान कृष्ण अवतार होने का दावा किया है?
(अ) तीतू मीर
(ब) हाजी शरियत उल्ला
(स) सर सैयद अहमद खां
(द) गुलाम अहमद कादियानी
187. महाराष्ट्र में ‘आर्य महिला समाज की स्थापना किसने की?
(अ) ऐनी बेसेन्ट
(ब) भगिनी निवेदिता
(स) पण्डित रमाबाई
(द) सरोजिनी नायडू
188. जे. ई. डी.बेथून गहरे ढंग से जुड़े हुए थे:
(अ) पर्दा प्रथा उन्मूलन से
(ब) स्त्री-शिक्षा से
(स) विधवा विवाह से
(द) दास प्रथा उन्मूलन से
189. निम्न में कौन प्रार्थना समाज से सम्बन्धित नहीं था?
(अ) आत्माराम पांडुरंग
(ब) आर.जी. भण्डारकर
(स) एम.जी. रानाडे
(द) देवेन्द्र नाथ टैगोर
190. सती प्रथा की समाप्ति का विरोध करने वाला भारतीय नेता कौन था?
(अ) राधाकान्त देव
(ब) देवेन्द्रनाथ टैगोर
(स) केशवचन्द्र बोस
(द) राममोहन राय
191. 1858 ई. के उपरान्त समाज-सुधार के प्रति भारत सरकार की क्या नीति थी?
(अ) सक्रिय समर्थन की
(ब) नाममात्र के समर्थन की
(स) सुधारों के विरोध की
(द) इससे अलग रहने की
192. 19वीं शताब्दी के सभी भारतीय सामाजिक सुधारकों ने
(अ) मूर्ति पूजा का विरोध किया।
(ब) पुरुषों और स्त्रियों में असमानता चाही।
(स) पाश्चात्य शिक्षा को प्रोत्साहन दिया।
(द) सामाजिक अत्याचार की निंदा की।
193. 19वीं शताब्दी में विडो रीमैरिज एसोसिएशन’ का संस्थापक कौन था?
(अ) राजा राममोहन राय
(ब) विष्णु शास्त्री पंडित
(स) रमाबाई
(द) गोपाल हरि देशमुख
194. 1891 के ‘एज ऑफ कनसेन्ट बिल’ का किसने विरोध किया?
(अ) स्वामी दयानंद
(ब) रबिन्द्रनाथ टैगोर
(स) बाल गंगाधर तिलक
(द) सुरेन्द्रनाथ सेन
195. निम्नलिखित में से किस महिला समाज-सुधारक को “पंडिता’ के नाम से जाना जाता है?
(अ) गंगाबाई
(ब) रमाबाई
(स) सिस्टर सुब्बालक्ष्मी
(द) एनी बेसेंट
196. निम्नलिखित में से किसने विधवा-गृह की स्थापना की थी?
(अ) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर
(ब) प्रोफेसर डी.के. कर्वे
(स) देवेन्द्रनाथ टैगोर
(द) वीरेशलिंगम
197. किसने कहा कि “यदि भगवान अस्पृश्यता को सहन करते है तो मैं उन्हें कभी भगवान नहीं मानूंगा।”
(अ) बी. आर. अम्बेडकर
(ब) बाल गंगाधर तिलक
(स) लाला लाजपत राय
(द) महात्मा गांधी
198. ‘दि एज ऑफ कान्सेंट ऐक्ट’ किस वर्ष पारित हुआ?
(अ) 1856
(ब) 1891
(स) 1881
(द) 1905
199. भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के समय , राष्ट्रीय सामाजिक सम्मेलन (नेशनल सोशल कॉन्फरेन्स) का गठन किया गया था। इसके गठन के लिए उत्तरदायी कारण था
(अ) बंगाल क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक सुधार ग्रुप/संगठन किसी एक मंच पर एकत्रित होकर व्यापक हित में माँगपत्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना चाहते थे
(ब) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपने कार्यक्रम में सामाजिक सुधारों को नहीं रखना चाहती थी। इसीलिए प्रस्तुत उद्देश्य के लिए उसने अलग से संगठन बनाने का सुझाव दिया
(स) बहरामजी मालाबारी और एम.जी. रानाडे ने यह निश्चय किया कि देश के समस्त सामाजिक सुधार ग्रुपों को एक संगठन के अन्तर्गत लाया जाय
(द) उपर्युक्त सन्दर्भ में विकल्प (a), (ब) और (स) में दिए गए वक्तव्य में कोई भी सही नहीं है
200. एम. सी. शीतलवाड़, बी. एन. राव तथा अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर प्रख्यात सदस्य थे
(अ) स्वराज पार्टी के
(ब) ऑल इण्डियन नेशनल लिबरल फेडरेशन के
(स) मद्रास लेबर यूनियन के
(द) सर्वेन्ट्स ऑफ इण्डिया सोसायटी के