मुहावरें- लोकोक्तियाँ |
निर्देश (प्र.सं. 1-50) नीचे दिए गए मुहावरों के सही अर्थ का चयन कीजिए
1. हाथ मलते रह जाना
(A) पछताना
(B) व्यापार में हानि उठाना
(C) बदला लेने में चूकना
(D) दु:खी होना
2. पानी में आग लगना
(A) पुरानी दुश्मनी को ताजा करना
(B) शान्ति में विघ्न डालना
(C) क्रोधित होना
(D) असम्भव कार्य करना
3. निम्न में से कौन-सा युग्म गलत है?
(A) मुट्ठी गरम करना — रिश्वत देना
(B) लुटिया डूबना — सारा काम चौपट होना
(C) सब्ज बाग दिखलाना — हरा-भरा करना
(D) माई का लाल — साहसी व्यक्ति
4. पगड़ी बदलना
(A) विवाह के अवसर पर पहनना
(B) तेरहवीं में रस्म निभाना
(C) चोरी करना
(D) दोस्ती करना
5. पेट में चूहे कूदना
(A) बहुत भूख लगना
(B) डरना
(C) घबराना
(D) ये सभी
6. तलवार की धार पर चलना
(A) पराजित कर देना
(B) कठिन कार्य करना
(C) ईर्ष्या करना
(D) नुकीला होना
7. छठी का दूध याद आना
(A) दु:खी होना
(B) प्राण संकट में होना
(C) अत्यधिक कष्टप्रद होना
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
8. पीठ में छुरा भौंकना
(A) कपटी मित्र
(B) पीछे से मारना
(C) मार डालना
(D) धोखा देना
9. श्री गणेश करना
(A) प्रारम्भ करना
(B) समापन करना
(C) पूजा करना
(D) विघ्न डालना
10. रंगा सियार होना
(A) रंगीन होना
(B) कपटी होना
(C) मनचला होना
(D) इनमें से कोई नहीं
11. अन्धों में काना राजा
(A) अल्पज्ञ की पूजा
(B) एक आंँख वाला
(C) काने को राजा बनाना
(D) अज्ञानियों में अल्पज्ञ की मान्यता होना
12. रंगे हाथ पकड़ना
(A) मौके पर पकड़ा जाना
(B) हाथ रंग लेना
(C) मौके से भाग जाना
(D) पोल खुलना
13. तीन तेरह होना
(A) पराजित करना
(B) बिखर जाना
(C) सिद्धान्तहीन
(D) टालमटोल करना
14. चाँद का टुकड़ा होना
(A) सुन्दर होना
(B) शीतल होना
(C) पत्थर दिल होना
(D) कुरूप होना
15. कान खड़े होना
(A) अनुभवी होना
(B) मूर्ख बनना
(C) सतर्क हो जाना
(D) इनमें से कोई नहीं
16. आसमान टूट पड़ना
(A) क्रोध आना
(B) मुसीबत आना
(C) लाटरी लगना
(D) ध्वस्त हो जाना
17. माथा ठनकना
(A) आशंका होना
(B) कठिन होना
(C) चिन्ता होना
(D) इनमें से कोई नहीं
18. ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ मुहावरे का सही अर्थ है
(A) अपराधी का अपनी दाढ़ी खुजलाना
(B) अपराधी का शंकाग्रस्त रहना
(C) अपराधी की पहचान हो जाना
(D) अपराधी का अपनी पहचान छिपाना
19. सफेद झूठ होना
(A) शिष्ट
(B) अभिमान
(C) सच होना
(D) पूर्णत: असत्य
20. चाँदी का जूता मारना
(A) रुपये से सब काम करा लेना
(B) अपमानित करना
(C) कड़वी बात कहना
(D) घमण्ड में बात करना
21. पाँव तले जमीन खिसकना
(A) कमजोर संकल्प का होना
(B) दूसरे के आगे कमजोर पड़ना
(C) होशोहवास खो बैठना
(D) बड़ी विपत्ति में पँâसना
22. शेर के दाँत गिनना
(A) अत्यन्त दुस्साहसपूर्ण कार्य करना
(B) गिनती सीखने का खेल करना
(C) असम्भव को भी सम्भव बना देना
(D) अनहोनी बातें करना
23. थाली का बैंगन होना
(A) असमंजस में रहना
(B) कोई कदर न होना
(C) सिद्धान्तहीन होना
(D) उछल-कूद मचाना
24. कान कतरना
(A) दूसरों की बुराई करना
(B) दूसरों की चुगली करना
(C) बहुत चतुर होना
(D) इनमें से कोई नहीं
25. उड़ती चिड़िया पहचानना
(A) शिकार में कुशल होना
(B) अच्छे-बुरे की पहचान बताना
(C) दूर की बात जान लेना
(D) बहुत अनुभवी होना
26. गागर में सागर भरना
(A) गप्प हाँकना
(B) थोड़े शब्दों में बहुत कुछ कह देना
(C) अच्छी कविता करना
(D) कुशल वार्ताकार
27. कलम तोड़ देना
(A) लिखने से घृणा करने लगना
(B) अत्यन्त मार्मिक प्रभावशाली रचना करना
(C) अत्यन्त क्रोधित हो जाना
(D) लिखना-पढ़ना त्याग देना
28. ठन-ठन गोपाल होना
(A) दूसरों के सहारे रहना
(B) रुपया-पैसा न होना
(C) सदा मस्त रहना
(D) कृष्ण का भजन करना
29. डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना
(A) किसी कार्य में विशेष दक्षता
(B) कंजूसी करना
(C) अपनी राय सबसे अलग रखना
(D) आवश्यकता से कम खाना
30. नाक का बाल होना मुहावरे का अर्थ है
(A) अधिक समीप होना
(B) कष्ट देना
(C) अधिक प्रिय होना
(D) पालतू होना
31. कपटी मित्र के लिए सही मुहावरा है डळझ्ऊEऊ 2013़
(A) दाँत काटी रोटी
(B) आस्तीन का साँप
(C) अक्ल की दुम
(D) आबनूस का कुन्दा
32. चुल्लू भर पानी में डूबना
(A) बुरे कार्य पर लज्जा न आना
(B) अवसर का लाभ न उठाने पर दु:खी होना
(C) पश्चाताप करना
(D) अत्यधिक शर्मिन्दा होना
33. घाव पर नमक छिड़कना
(A) चोट लगने पर दवा करना
(B) बदला चुकाना
(C) ईर्ष्या करना
(D) दु:खी व्यक्ति को और दु:खी करना
34. हाथों के तोते उड़ जाना
(A) अपने ठगने पर दु:ख होना
(B) होश न रहना
(C) काम बिगड़ जाना
(D) पश्चात्ताप करना
35. घर पूँâककर तमाशा देखना
(A) घर जलने पर भी कंजूसी करना
(B) पूँâक-पूँâक कर खर्च करना
(C) आगे-पीछे सोचे बिना खर्च करना
(D) अपनों के बजाय परायों पर खर्च करना
36. आसमान पर थूकना
(A) असम्भव कार्य करने का दु:साहस
(B) महान् व्यक्ति का निरादर करना
(C) गप्प हाँकना
(D) घमण्ड करना
37. साँप के बिल में हाथ डालना
(A) दूसरों के काम में दखल देना
(B) दूसरों के घर ताँका-झाँकी करना
(C) साँप को बिना मारे पकड़ना
(D) जान-बूझकर खतरे में पड़ना
38. ‘नाक रगड़ना’ का क्या अर्थ है? डळझ्ऊEऊ 2013़
(A) नाक में चोट लगना
(B) इज्जत देना
(C) दीनतापूर्वक प्रार्थना करना
(D) चापलूसी करना
39. ओस चाटना
(A) स्वयं को भुलावा देना
(B) पश्चात्ताप करना
(C) आशा करना
(D) प्यास बुझाने का असफल प्रय्ाास करना
40. अन्धे के हाथ बटेर लगना
(A) अयोग्य व्यक्ति को अनायास वस्तु मिलना
(B) लाटरी खुलना
(C) शिकारी को शिकार मिलना
(D) बिना प्रयास के सफल होना
41. ‘कार्य के आरम्भ में ही विघ्न पड़ना’ किस मुहावरे का अर्थ है?
(A) सिर मारना
(B) सिर पर सेहरा बँधा होना
(C) सिर मुड़ाते ही ओले पड़ना
(D) सिर पर शैतान सवार होना
42. छाती पर पत्थर रखना
(A) कठिन काम करना
(B) मन को समझाना
(C) धीरज रखना
(D) मन को समझाकर दु:ख सह लेना
43. दो पाटों में पिसना
(A) दुविधा की स्थिति
(B) एक-दूसरे की लगाना-बुझाना
(C) िंककर्तव्यविमूढ़ होना
(D) दोनों पक्षों से कठिनाई में पड़ना
44. कान का कच्चा होने का अर्थ है डळझ्ऊEऊ 2013़
(A) कम सुनना
(B) सुनी बात पर विश्वास करना
(C) दूसरे की बात मानना
(D) कान का कमजोर होना
45. ‘आगे कुआँ पीछे खाई’ का अर्थ है डळझ्ऊEऊ 2013़
(A) चारों तरफ जल ही जल होना
(B) रास्ते का बन्द होना
(C) दोनों ओर मुसीबत
(D) बीच में निकल भागना
46. आंँखों में खून उतरना
(A) अत्यन्त क्रोधित होना
(B) बदला लेने के लिए तत्पर होना
(C) आंँखें लाल होना
(D) दुश्मनी मानना
47. ‘आँख की किरकिरी होना’ का अर्थ है डळझ्ऊEऊ 2017़
(A) अप्रिय अगना
(B) धोखा देना
(C) कष्टदायक होना
(D) बहुत प्रिय होना
48. आँखों के आगे अँधेरा छा जाना
(A) सर्वथा निराश या हताश होना
(B) कुछ न दिखाई पड़ना
(C) मृत्यु के निकट आना
(D) चक्कर आना
49. पहाड़ टूट पड़ना
(A) अपने को असमर्थ पाना
(B) काम का भारी बोझ आ पड़ना
(C) भूकम्प में पँâसना
(D) बड़ी विपत्ति आ पड़ना
50. कमर कसना
(A) किसी कार्य में संलग्न होना
(B) दृढ़ निश्चय करना
(C) सावधान रहना
(D) मारने के लिए तत्पर होना
निर्देश (प्र.सं. 51-90) निम्नलिखित लोकोक्तियों का सही अर्थ बताइए
51. एक हाथ से ताली नहीं बजती
(A) सीधेपन से काम नहीं बनता
(B) संगठन से ही सब कार्य होते हैं
(C) अकेला व्यक्ति कमजोर होता है
(D) एक के करने से झगड़ा नहीं होता
52. देशी मुर्गी विलायती बोल
(A) विदेशी वस्तुओं से प्रेम करना
(B) बेमेल प्रभाव
(C) देश में रहकर विदेशी भाषा बोलना
(D) विदेशी पैâशन अपनाना
53. सीधे का मुँह कुत्ता चाटे
(A) स्वार्थी होना
(B) बहुत सीधापन नुकसान देता है
(C) मूर्खता के कारण नुकसान उठाना
(D) मूर्खता दिखाना
54. जब तक साँस, तब तक आस
(A) अन्तिम समय तक आशा रखना
(B) जैसे-तैसे दिन गुजारना
(C) उम्मीद छोड़ देना
(D) निराश हो जाना
55. नानी के आगे ननिहाल की बातें
(A) बड़ों के सामने डींग हाँकना
(B) दूसरों के घर के भेद बताना
(C) नानी से मन की बात कहना
(D) ननिहाल की बड़ी-बड़ी बातें बनाना
56. जहाँ मुर्गा न बोले तो सवेरा न हो
(A) समय का पालन न करना
(B) मुर्गे की बांग ही सबको जगाती है
(C) किसी के बिना कोई काम नहीं रुकता
(D) समय से सब काम करना चाहिए
57. जिस पत्तल में खाय, उसी में छेद करे
(A) दुष्ट स्वभाव का होना
(B) अपना काम निकालकर अर्थ न रखना
(C) स्वार्थी होना
(D) कृतघ्नता करना
58. ऊँट चढ़े पर कुत्ता काटे
(A) विपत्ति सर्वत्र पीछा करती है
(B) मुसीबत अकेले नहीं आती
(C) विपत्ति से बचने का प्रयास करना
(D) एक विपत्ति से बचकर दूसरे संकट में पँâसना
59. आंँख के अन्धे गाँठ के पूरे
(A) अन्धे व्यक्ति का धनी होना
(B) मूर्ख किन्तु धनी व्यक्ति
(C) अन्धे होकर भी विद्वान् होना
(D) धनी होकर भी कंजूसी करना
60. गुड़ खाय गुलगुले से परहेज
(A) अन्धविश्वासी होना
(B) कथनी-करनी में अन्तर होना
(C) दिखावटी परहेज
(D) दिखावा करना
61. ओस चाटे प्यास नहीं बुझती
(A) प्यास पानी से बुझती है
(B) ख्याली पुलाव बनाना
(C) कल्पना में खोना
(D) जरूरत से बहुत कम वस्तु मिलना
62. उठती जवानी, माँझा ढीला
(A) काम कम, बातें ज्यादा करना
(B) काम में टाल-मटोल करना
(C) स्वस्थ होकर भी आलसी होना
(D) निकम्मा होना
63. खाने के दाँत और, दिखाने के और
(A) ईर्ष्या करना
(B) अन्धविश्वासी होना
(C) कपटी स्वभाव का होना
(D) कथनी करनी में भेद करना
64. नौ कनौजिया और नब्बे चूल्हे
(A) जात-पाँत मानना
(B) एकता न होना
(C) बड़ा परिवार होना
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
65. सत्तर चूहे खा बिल्ली हज को चली
(A) बुढ़ापे में पूजा-पाठ करना
(B) जीवन भर बुरा काम करके अन्त में अच्छा बनने का ढोंग करना
(C) कथनी करनी में भेद करना
(D) कपटी स्वभाव का होना
66. मुँह में राम बगल में छुरी
(A) कपटी स्वभाव का होना
(B) भक्त होने का स्वांग करना
(C) कहना कुछ, करना कुछ
(D) ढोंगी होना
67. अन्धी पीसे कुत्ता खाय
(A) बेखबर होना
(B) बेसहारा होना
(C) भाग्यहीन होना
(D) जब अपनी मेहनत की कमाई दूसरे खर्च करें
68. मन चंगा तो कठौती में गंगा
(A) भक्ति में विशेष ध्यान देना
(B) आडम्बर न करना
(C) कर्मकाण्ड को न मानना
(D) मन शुद्ध हो तो कर्मकाण्ड व्यर्थ है
69. आंँख के अन्धे नाम नयनसुख
(A) भाग्यहीन होना
(B) कपटी स्वभाव का होना
(C) नाम के विपरीत कर्म करना
(D) अन्धे होकर भी सब काम करना
70. नाच न आए आँगन टेढ़ा
(A) काम न आने पर बहाने करना
(B) टाल-मटोल करना
(C) दूसरों में दोष देखना
(D) झूठी योग्यता का प्रदर्शन करना
71. बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद
(A) मूर्ख व्यक्ति श्रेष्ठ वस्तु का महत्त्व नहीं पहचानता
(B) मूर्ख होना
(C) अज्ञानी होना
(D) विद्वान् के आगे मूर्खता दिखाना
72. भैंस के आगे बीन बजाए, भैंस खड़ी पगुराय
(A) दूसरों को मूर्ख समझना
(B) निरक्षर होना
(C) अपात्र को शिक्षा देना व्यर्थ है
(D) दूसरों को उपदेश देना
73. गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास
(A) जिसका खाना, उसका गाना
(B) एक स्थान पर न रहना
(C) सबके बीच उन्हीं के जैसा हो जाना
(D) अवसरवादी
74. नौ की लकड़ी नब्बे खर्च
(A) आमदनी कम खर्च अधिक
(B) आवश्यकता से अधिक खर्च
(C) अधिक खर्च लाभ कम होना
(D) फालतू खर्च करना
75. नाई की बारात में ठाकुर ही ठाकुर
(A) संगठन के नेतृत्व में कमी
(B) नेता के बिना संगठन
(C) संगठन में ही शक्ति होना
(D) ऊँच-नीच का भेद न मानना
76. जस दुल्हा तस बनी बरात
(A) हाँ में हाँ मिलाना
(B) जैसा देश, वैसा भेष
(C) अपने जैसा साथी मिलना
(D) जैसा नेता, वैसा कार्यकर्ता
77. पानी पीकर जात पूछना
(A) जाति-पाँति न मानना
(B) नीची जाति से व्यवहार रखना
(C) जाति-पाँति मानना
(D) काम कर चुकने के बाद परिणाम सोचना
78. पढ़े फारसी बेचे तेल
(A) भाग्यहीन होना
(B) मूर्ख होना
(C) पढ़-लिखकर भी बेरोजगार होना
(D) उपरोक्त में से कोई नहा
79. एक तो करेला उस पर नीम चढ़ा
(A) अत्यन्त कड़वा बोलना
(B) बुरी संगत से और बुरा बन जाना
(C) कुसंग में पड़ना
(D) करेला और नीम का साथ होना
80. अस्तबल की बला बन्दर के सिर
(A) भाग्य को दोष देना
(B) जादू-टोना करना
(C) बेमेल वस्तुओं का संग्रह
(D) किसी का दोष अन्य पर मढ़ देना
81. घोड़ा घास से यारी करे तो खाए क्या?
(A) रोजगार में दोस्ती नहीं चलती
(B) अपने काम से काम करना
(C) किसी की सहायता न करना
(D) अत्यन्त कंजूस होना
82. गधा खेत खाय, जुलाहा पीटा जाय
(A) दोष किसी का, दण्डित स्वयं होना
(B) असम्भव कार्य होना
(C) दोषी को दण्ड देना
(D) दोष किसी का, किन्तु दण्ड किसी और को मिले
83. कोयले की दलाली में हाथ काले
(A) काले धन्धे से काला धन प्राप्त होता है
(B) बुरी संगति से बदनामी मिलती है
(C) कोयले के व्यापार में कोई लाभ नहीं
(D) बुरे कार्य का बुरा फल
84. तन पर नहीं लत्ता पान खाए अलबत्ता
(A) झूठा दिखावा करना
(B) बुरी आदत में पड़ना
(C) बहुत गरीब होना
(D) रौब डालना
85. सब धान बाईस पसेरी
(A) सभी वस्तुओं का एक ही मूल्य होना
(B) बहुत सस्ती होना
(C) बहुत महँगी होना
(D) अच्छा-बुरा सबको एक समान समझना
86. आ बैल मुझे मार
(A) जान बूझकर मुसीबत में पड़ना
(B) फटे में टाँग देना
(C) छेड़छाड़ करना
(D) बैल के सामने वीरता दिखाना
87. खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे
(A) व्यर्थ झुंझलाना
(B) कायरतापूर्ण व्यवहार करना
(C) किसी बात पर शर्मिन्दा होकर क्रोध करना
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
88. आगे कुआँ पीछे खाई
(A) खाद्य सामग्री का अभाव होना
(B) सभी ओर से विपत्ति का आना
(C) दुविधा में पड़ना
(D) इधर-उधर की बातें करना
89. पाव भर चून पुल पर रसोई
(A) अपनी सम्पत्ति का प्रदर्शन करना
(B) अपनी चीज की बर्बादी करना
(C) थोड़ी चीज को बहुत समझना
(D) सीमित साधन होने पर भी अधिक लोगों को निमन्त्रित करना
90. तू डाल-डाल मैं पात-पात
(A) एक से एक बढ़कर चालाक होना
(B) पेड़ों पर चढ़कर खेलना
(C) अपनी कला का प्रदर्शन करना
(D) चोरी करने के बाद पकड़ाई में न आना